संवाददाता:रिषीपाल सिंह
इटावा: स्थानीय कस्बा बसरेहर में व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षाओं का समय चल रहा है वहीं बिजली विभाग द्वारा बिजली की अघोषित कटौती छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करती नजर आ रही है। उनकी आवश्यकताओ को अनदेखा न किया जाये, उनके पठन-पाठन कार्य में बांदा उत्पन्न करती अघोषित बिजली कटौती को ध्यान में रखा जाए।
हाई स्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं समूचे उत्तर प्रदेश में शुरू हो गयी है। गर्मी का मौसम है साथ ही स्कूलों में लगे सीसी कैमरा संचालित करने के लिए बिजली सप्लाई की आवश्यकता है सुबह 09:00 बजे से 12:00 बजे तक वही शाम को 2:00 बजे से 5:00 बजे तक दोनो पालियों में परीक्षाएं हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र के अधिकतर घरों में बिजली की निजी व्यवस्था नही है। यह समय पढ़ने वाले छात्रों के लिए बहुत ही कीमती समय है इस समय छात्र परीक्षा में अच्छे नंबर पाने के लिए जीतोड़ मेहनत करता है लेकिन बिजली की अव्यवस्था के कारण उनकी मेहनत पर पानी न फिर जाए।
बिजली विभाग के लापरवाह कर्मचारी या सरकार की अनदेखी के कारण बिजली दो दिन से रात्रि के 10:00 बजे के बाद आती है चारों तरफ हाहाकार मचा है अगर छात्र, छात्राओं के भविष्य को चौपट करने व उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करना उन्हें अंधकार में धकेलना है अतः सरकार को चाहिए कि तत्काल इस विद्युत व्यवस्था में सुधार कर छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ को रोका जाए।
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