संवाददाता: मनोज कुमार
जसवंतनगर (इटावा) विकासखंड जसवंतनगर में साप्ताहिक बंदी के दिन भी बाजार खुलता है और अधिकारी अनजान बने हुये है। श्रम नियमों के तहत सप्ताह में एक दिन रविवार के दिन बाजार बंदी के लिए तय रहता है। बावजूद इसके कस्बा में रविवार को अधिकतर बाजार खुला रहता है। इस बार भी खुला है। इससे दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों का शोषण और श्रम नियमों का खुला उल्लंघन हो रहा है। हालांकि एक-दो दुकानों के ही शटर गिरे मिले। लेकिन कई दुकानदारों ने तो पूरा सामान बाहर भी लगाया था।
विभाग के अधिकारी अनजान बने हुए हैं। अगर छापामार कार्रवाई भी करते हैं तो सांठ-गांठ रखने वाले दुकानदारों को भनक लग जाती है। नगर के बड़ा चौक, पालिका बाजार, गुड़ व सब्जी मंडी, छोटा चौक, सदर बाजार, नदी पुल व रामलीला सड़क बाजार में इक्का दुक्का दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें खुली रहती हैं। ऐसे में बंदी दिवस पर काम करने के एवज में कर्मियों को अतिरिक्त रुपये भी नहीं दिए जाते हैं।
श्रमिकों के अधिकारों का हो रहा हनन, बाजार खुलने से सबसे अधिक उत्पीड़न उन श्रमिकों का होता है। प्रशासन की ओर से जारी निर्देश के अनुसार दुकानदारों को साप्ताहिक बंदी का पालन करना चाहिए। लेकिन यहां अधिकारी अनजान बने हुए है।
Comments
Post a Comment