संवाददाता: मनोज कुमार
जसवंतनगर (इटावा) अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर रेहड़ी पटरी दुकानदारों के संगठन नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स से जुड़े लोगों ने प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा और अपनी समस्याओं के निराकरण की मांग की है। उक्त ज्ञापन में मांग की गई है कि पथ विक्रेता जीविका संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार सर्टिफिकेट ऑफ वेंडिंग यानी बिक्रिय प्रमाण पत्र की वैधानिक तिथि घोषित की जाए तथा स्ट्रीट वेंडर को गैरकानूनी उत्पीड़न व शोषण से बचाया जाए और जिनके पास प्रमाण पत्र नहीं उन्हें प्रमाण पत्र जारी किए जाएं।
ज्ञापन में कहा गया है कि वैधानिक प्रमाण पत्र के बावजूद भी स्थानीय निकाय निकायों में गठित वेंडर्स कमेटियों की बैठक निर्धारित समय पर कराई जाएं। निकाय एवं पुलिस द्वारा पथ विक्रेताओं को अतिक्रमण के नाम पर ध्वस्तीकरण, बेदखली एवं अर्थदंड की घटनाओं का सामना करना पड़ता है जबकि स्ट्रीट वेंडर्स वैश्विक महामारी कोविड-19 से बेहाल हैं और सरकारी उत्पीड़न एवं शोषण का शिकार हैं उन्हें इन समस्याओं से निजात दिलाई जाए। इस दौरान हाईवे ओवर ब्रिज के नीचे उड़ रही धूल को हटाए जाने की भी मांग की गई और बताया गया है कि ओवर ब्रिज निर्माण के समय ब्रिज के नीचे महीन मिट्टी ट्टी डाल दी गई थी जो राहगीर यात्रियों एवं आसपास दुकानदारों का स्वास्थ्य खराब कर रही है। खासकर दमा व सांस के मरीज बेहद परेशान हैं। आम लोग भी प्रदूषित वातावरण में बीमारी का शिकार हो रहे हैं। कई बार इस संबंध में शिकायत की गई किंतु अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। ज्ञापन देने वालों में नासवी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इरशाद अहमद, सुरेश गुप्ता, राजकुमार यादव, दिलीप कुमार, सुभाष चंद्र, मनोज कुमार, मनीष, विमल आदि लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
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