ब्यूरो संवाददाता
इटावा/सैफई: सैफ़ई मेडिकल यूनिवर्सिटी से संविदाकर्मियों को निकालने के विरोध में धरने पर बैठे संविदा कर्मी। करीब 600 कर्मी यूनिवर्सिटी परिसर में अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे है। कर्मियों समर्थन में प्रसपा के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य यादव भी अपने सैंकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ धरने में बैठ गये। यूनिवर्सिटी में सुरक्षाकर्मी, बार्डबॉय व अन्य संविदा कर्मियों ने आज सोमवार को यूनिवर्सिटी में धरना देते हुए प्रदर्शन किया। मेडिकल यूनिवर्सिटी प्रशासन ने टेंडर निकाला था। जिसमें अब दूसरी कम्पनी ने इसका टेंडर हासिल किया है। जिस कारण अब इन संविदाकर्मियों की नौकरी पर तलवार लटक गई है। अंदर ही अंदर कई दिनों से इस बात को लेकर कर्मी विरोध कर रहे थे, लेकिन आज इन सभी का सब्र का बांध टूट गया और सभी कर्मी मेडिकल यूनिवर्सिटी ओपीडी के गेट पर धरने पर बैठ गए है।
कर्मियों के मुताबिक नौकरी से बाहर निकालने का यूनिवर्सिटी ने रास्ता तैयार किया है, जो कि गलत है।जानकारी मिलने पर प्रसपा प्रदेश अध्यक्ष आदित्य यादव अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ सैफई मेडिकल पहुंचे। और धरना दे रहे सैंकड़ों कर्मियों के साथ धरने पर बैठ गए। आदित्य यादव ने कहा कि नेताजी ने गरीबों के लिये इस अस्पताल का निर्माण कराया था। लेकिन कुछ लोग इसको खत्म करना चाहते है। समस्याओं के समाधान के लिये हर प्रयास करेंगे इसके लिये चाहे स्वास्थ मंत्री से बात करनी पड़े या मुख्यमंत्री से, वो भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि दो दिन के अंदर प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव सैफई आएंगे और संविदाकर्मियों से मिलेंगे और उनकी समस्याओं को सरकार तक लेकर जाएंगे।
आदित्य यादव ने प्रदेश की नौकरशाही पर हमला बोलते हुए कहा प्रदेश को नेता नही बल्कि अधिकारी चला रहे हैं। अधिकारियों ने एक गुट बना लिया है, अधिकारी ही प्राइवेटेशन करवा रहे है। पूरे देश को खत्म करने में जुटे हुए है। मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति ने बताया है कि किसी को हटाया नही गया है, लेकिन जो सेवा प्रदता कम्पनी है वो बदल गयी है, न सुरक्षाकर्मियों को हटाया जा रहा हैं,न अन्य कर्मियों को हटाया जा रहा सिर्फ सेवा प्रदता कम्पनी का नाम बदल गया है। यह बात सभी कर्मियों को बुलाकर बतायी जा चुकी है।
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