Etawah News: पीड़ित शिक्षकों की समस्याओं एवं विभाग की मनमानी के विरुद्ध शिक्षकों ने चुना संघर्ष का पथ
ब्यूरो संवाददाता
इटावा: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ जनपद इटावा की जिला कार्यकारिणी की विस्तारित आवश्यक बैठक आज जनता विद्यालय इंटर कॉलेज बकेवर में संपन्न हुई, इसमें बिंदुवार प्रत्येक विद्यालय से आये शिक्षक प्रतिनिधियों के माध्यम से शिक्षकों की पीड़ा को सुनकर उनके निवारण किये जाने का संकल्प लिया गया। शिक्षकों को संबोधित करते हुए प्रांतीय संयोजक संरक्षण समिति श्रीनारायण दुबे कहा कि संगठन को श्री प्राचीर विद्यापीठ उ.मा. विद्यालय समथर की चयन बोर्ड से चयनित शिक्षकाओ ने अवगत कराया है कि विद्यालय में विभिन्न प्रकार की अनियमितताओ से प्रतिदिन उन्हें जूझना पड़ रहा है। यहां विद्यालय की भूमि से होने वाली आय का ही दुरुपयोग नहीं हो रहा बल्कि महिला शिक्षिकाओं को भी निरंतर प्रबंधक जी के शोषण का शिकार होना पड़ रहा है जोकि घोर निंदनीय है। स्थानीय लोगों के बयानों के आधार पर हो चुकी जांच समिति की रिपोर्ट पर विभाग ने अभी तक ना तो कोई ठोस निर्णय लिया ना ही जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक ही किया जिससे स्पष्ट है कि शिक्षकों की पीड़ा से विभाग को कोई लेना देना नहीं है।
संगठन इस पर तत्काल प्रशासनिक कार्यवाही किए जाने की मांग करता है ताकि शिक्षकों का निरंतर जारी उत्पीड़न समाप्त हो सके। प्रांतीय मंत्री अरुण कुमार दुबे ने कहा कि शासन की मंशा के विपरीत अभी भी शिक्षा विभाग में विभिन्न विद्यालयों के कार्मिकों का संबद्धीकरण समाप्त नही हो सका हैं इसकी संगठन शिकायत शासन में भी करेगा। जिन कार्मिकों का वेतन जहां से निकलता है उनकी सेवाएं उसी विद्यालय में हर हाल में सुनिश्चित की जाएं अन्यथा की स्थिति में संगठन संघर्ष करने को विवश होगा जिसका संपूर्ण उत्तरदायित्व शिक्षा विभाग का ही होगा। संगठन मंत्री उदयवीर सिंह ने कहा कि संगठन ने संकल्प लिया है कि जनपद के किसी भी शिक्षक के लंबित एरियर्स एवं अन्य देयको के भुगतान प्रथम आगत प्रथम निस्तारण के आधार पर कराने की लिए हर संभव प्रयास करेगा भले ही इसके लिए हमे संघर्ष का ही मार्ग क्यों न चुनना पड़े।
जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह चौहान ने कहा कि आश्चर्य है कि शासन की नीतियों से प्रतिपल जागरूक रहने वाला शिक्षा विभाग अपने कार्यालय में चार्टर का प्रयोग क्यों लागू नहीं कर पा रहा! इसकी जानकारी जनपद का प्रत्येक शिक्षक मीडिया के माध्यम से जानना चाहता है। विभाग यथाशीघ्र शिक्षकों की समस्याओं का समयबद्ध तरीके से बिना सुविधा शुल्क के निस्तारण करे ताकि किसी शिक्षक को बिना वजह कार्यालय के चक्कर लगाने को विवश ना होना पड़े। जिला मंत्री मनोज त्रिपाठी ने बताया कि विद्यालयों में वरिष्ठता सूची का प्रकाशन, लेखा पर्ची का वितरण, एनपीएस पासबुक बनवाया जाना, शिक्षकों के लंबित बोर्ड पारिश्रमिक का भुगतान किये जाने सहित शिक्षकों की अन्य न्यायसंगत समस्याओं के शीघ्र निस्तारण के लिए संगठन प्रशासन से मांग करता है। आज की बैठक में प्रधानाचार्य शैलेंद्र अंठूलिया, तरुण तिवारी, सुमति नारायण, मनोज भदौरिया, अवनीश कुमार, सोमेश शर्मा, विनय पटेल, उमाशंकर, सुरेंद्र सिंह,अनंत अवस्थी, रामनरेश सिंह, देवेंद्र कुमार, आशुतोष तिवारी, इरशाद अहमद, सतेंद्र दीक्षित, सुधाकर शर्मा, नेहा प्रजापति, पूजा सहित विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
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