Etawah News: ग्रामीण पत्रकार ही सही मायने में भारत के ग्रामों का प्रतिनिधित्व करते हैं: प्रोफेसर मुकेश पांडे
संवाददाता रिषीपाल सिंह
इटावा: उत्तर प्रदेश ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश की विशेष प्रदेशीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे ने ग्रामीण पत्रकारों को ही सही मायने में पत्रकारों की संज्ञा देते हुए उनकी मुक्त कंठ से सराहना करते हुए कहा कि देश की 67% आबादी और क्षेत्रफल का सही प्रतिनिधित्व ग्रामीण ही करते हैं जो आज उपेक्षित भी हैं आजादी की अभिव्यक्ति को यही पत्रकार सरकार और जनता के बीच सेतु का काम करता है ग्रामीण पत्रकारों की भूमिका आज विशेष रूप से उल्लेखनीय है और इनका यह संगठन निश्चित तौर पर उत्तर प्रदेश की पत्रकारों का सबसे बड़ा संगठन है मैं पत्रकारों से आग्रह करूंगा कि वह लोगों के बीच देशभक्ति की भावना को विशेष रुप से उभारे ताकि आने वाले समय में भारत विश्व गुरु का स्थान ले सकें और देश के युवाओं में राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण करने की जिम्मेदारी भी इन्हीं पत्रकारों पर है।
इस विशेष सम्मेलन को संबोधित करते हुए झांसी ललितपुर के जनप्रिय सांसद अनुराग शर्मा ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में ग्रामीण पत्रकारों की भूमिका बहुत अहम है आज देश की तमाम जनता जिसके पास कोई सूचना तंत्र नहीं है उनको जोड़ने का कार्य यह ग्रामीण पत्रकार ही कर रहे हैं पत्रकार ही समाज में चेतना जागृत करने का काम भी कर रहे हैं मैं यह प्रयास करूंगा किन ग्रामीण पत्रकारों को भी केंद्रीय सरकार की आयुष्मान योजना में शामिल किया जाए इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए झांसी ललितपुर के पूर्व सांसद एवं पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि आज जो भी सरकारी योजनाएं बनती हैं उनमें सबसे ज्यादा बजट शहरों का होता है जबकि देश की 67% जनता गांव में निवास करती हैं इनके विकास का कोई भी ध्यान नहीं रखा जाता और यह ग्रामीण पत्रकार ही है जो भारत की 67% आबादी की आवाज को जन जन तक पहुंचाते हैं सरकार को भी चाहिए कुबेर इन पत्रकारों की ओर विशेष ध्यान दें।
इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्वतंत्रता सेनानी में अग्रणी महारानी लक्ष्मीबाई के वंशज नारायण पेशवा ने 18 सो 57 की क्रांति में महारानी लक्ष्मी बाई के योगदान तथा पेशवा नाना साहब की क्रांति में योगदान की चर्चा करते हुए इशारों ही इशारों में गद्दारों का भी जिक्र किया और पत्रकारों से अपील की वह बुंदेलखंड की सुधीर भूमि के बारे में भी शोध करें और पूरे देश को इस क्रांति कारी बुंदेलखंड की सच्ची तस्वीर देश के सामने प्रस्तुत करें इस सम्मेलन में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष सौरव कुमार जी डे पत्रकारिता के कटु अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा के आज पत्रकारिता बड़े कठिन दौर से गुजर रही है और सरकार पत्रकारों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है सरकार के अधीन बनने वाली तमाम मान्यता समिति को सरकार ने निरस्त कर दिया है पत्रकारों को तहसील स्तर तक की सुविधा देने की जो बात कही गई थी उसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
संगठन के प्रदेश महामंत्री महेंद्र सिंह द्वारा संगठन के कार्यकलापों का वर्णन प्रस्तुत किया गया कार्यक्रम की संयोजक झांसी के जिलाध्यक्ष अभिनंदन जैन एवं मंडल अध्यक्ष डॉक्टर बीवी गौर की इस व्यवस्था के लिए मुक्त कंठ से सराहना की गई इस कार्यक्रम में पधारने पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर मुकेश पांडे विशिष्ट अतिथि सांसद अनुराग शर्मा प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार सहित सभी मंचासीन अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया बहुचर्चित माया साप्ताहिक की संपादक विनय कुमार जी द्वारा कार्यक्रमों में राजनीतिज्ञों के बुलाने पर कहा ऐसे कार्यक्रमों में पत्रकारों का बुलाना ही पर्याप्त होता है की न्यूज़ के संपादक द्वारा पत्रकारों को हर स्तर पर सहयोग देने की बात कही गई इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के 75 जिलों से आए हुए जिलाध्यक्ष मंडल अध्यक्षों प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों तथा समस्त उपस्थित अतिथियों को शाल ओढ़ाकर तथा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया उल्लेखनीय तथ्य यह है कि आज ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा संगठन है तथा प्रदेश के पत्रकारों की आवाज बनकर यह पत्रकारों के बीच में विशेष रूप से चर्चित है
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