Etawah News: सूतमिल भूमि विवाद: किसान मजदूरों ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन, आत्मदाह की दी चेतावनी
ब्यूरो संवाददाता
इटावा: आवास विकास परिषद गेट पर बीते 15 दिन से आधा सैंकड़ा किसान, मजदूर अपनी मांगों को लेकर हिन्द किसान मजदूर पार्टी के बैनर तले अनिश्चिकालीन धरने पर बैठे है। लेकिन कोई अधिकारी उनसे मिलने उनका हाल जानने अब तक नही पहुंच रहा। जिससे किसानों की नाराजगी सरकार और प्रशासन के लिए बढ़ गई है। जिससे नाराज किसान और उनके परिवार के सैंकड़ों लोग हाथों में काली पट्टी बांधकर व नारेबाजी करते हुए फिर से शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंच गये। किसानों ने डीएम कार्यालय पर पहुंचकर जोरदार नारेबाजी की और अपनी मांगों का ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।
किसानों का कहना है सूत मिल में ली गई भूमि का अब तक किसानों को मुआवजा नही मिला। जिस कारण पीड़ित किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे है। उनकी मांग है पुरानी सूत मिल की भूमि किसानों से ली गई थी। उस पर गलत तरह से आवास विकास परिषद का कब्जा है। उसको और यहां हाल ही में निर्मित इटावा कॉपरेटिव बैंक को भी हटाया जाये। सूत मिल की भूमि के मुआवजे को लेकर भू स्वामी काफी लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे है। लेकिन अधिकारी व विभाग एक दूसरे के ऊपर जिम्मेदारी डालकर पल्ला झाड़ रहें है।
सूत मिल के अधिकारी के भूमि बेचने से इनकार कर रहे है। लेकिन आवास विकास परिषद भूमि को 100 करोड़ में खरीदने का दावा कर रही है और भुगतान के तौर पर सूत मिल विभाग को रकम देने की बात किसानों से कह रही है। प्रदर्शन में रवि कुमार, जय सिंह, किशन सिंह, जीतू, अवनीश, दीपू, वृंदावन, राम औतार, जगदीश, रामप्रकाश, राधेश्याम, छोटू, मीरा देवी, अमित, सिंकू, आकाश चौधरी, मुंसी, सुनीता, अवदेश देवी, निर्मला देवी, आरती देवी, संतोष कुमारी शामिल रहे।
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