ब्यूरो संवाददाता
इटावा: जिला जेल में बंद युवक की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। 15 माह से एसिड अटैक के मामले जिला कारागार में बंद था। परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उच्च अधिकारियों से जांच की मांग की है। युवक को नवम्बर में हाईकोर्ट से बेल मिल चुकी थी। मामले पर जेल प्रशासन बोलने पर बचता नजर आ रहा है। कैदी औरैया जिले के फफूंद का रहने वाला है।
बताते चलें कि शनिवार को जिला कारागार में चेतन यादव (29 वर्ष) पुत्र निर्भय सिंह निवासी बम्हौरी थाना फफूंद जिला औरैया की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। चेतन जालौन जिले में एसिड अटैक के मामले में जिला कारागार में 15 माह से बंद था। जानकारी के मुताबिक चेतन की बेल स्वीकृत हो गई थी। जल्द जेल से रिहा होने वाला था।
परिजनों ने बताया 4 दिन पूर्व जेल में मिलाई करने गए थे उसको किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं थी। लेकिन आज उसको जिला अस्पताल लाया गया। इसकी सूचना जेल प्रशासन की तरफ से हम लोगों को भी नहीं दी गई। हमारे एक मिलने वाले जो कि जिला अस्पताल में उपचार कराने आए थे। उन्होंने इस बात की सूचना परिजनों को दी है। जब यहां आए तब देखा कि चेतन की मौत हो गई। मृतक के भाई गोविंद यादव ने बताया, " मेरे भाई को झूठे केस में फंसाया गया था। हाईकोर्ट द्वारा मेरे भाई की 6 नवम्बर को बेल मंजूर हुई थी, जल्द ही वह रिहा होने वाला था। उसको कोई भी बीमारी नहीं थी, जेल प्रशासन की मिली भगत से उसकी हत्या की गई है। हमारे भाइ मौत की जांच उच्च अधिकारियों के द्वारा होनी चाहिए और हमको न्याय मिलना चाहिए।"
जिला अस्पताल के डॉक्टर वरुण चौधरी ने बताया कि जेल के पुलिस कर्मियों के द्वारा चेतन नाम के लड़के को लाया गया था। उसका जब डॉक्टरी परीक्षण किया गया तो वह पूरी तरह से मृत अवस्था में था। उसके शव को मोर्चरी में रखवा दिया है। पुलिस को सूचना दी गई है। जेल कर्मियों ने उसकी बीमार या मौत का कोई कारण नहीं बताया।
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