ब्यूरो संवाददाता
इटावा: राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की ओर से टीबी मरीजों को गोद लेने की योजना के तहत पानकुँवर इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक कैलाश यादव ने निश्चय मित्र बनकर 5 टीबी मरीजों को गोद लिया और मरीजों के घर घर जाकर पोषण पोटली प्रदान की। उन्होंने जिन मरीजों को गोद लिया है उनकी पूरी जिम्मेदारी ली है, हर माह उनके घर जाकर पोषण पोटली देने का काम करने का बीड़ा उठाया है। डॉ कैलाश चंद यादव ने कहा कि अप्रैल माह में 5 और बच्चे गोद लेकर 2025 तक टीबी मुक्त भारत अभियान में सहयोग करता रहूंगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि गोद लिए हुए सभी टीबी मरीजों को हर महीने फ्री में पोषण किट दी जाएगी। उन्होंने बताया कि यह पोषण किट राष्ट्रीय पोषण संस्थान हैदराबाद द्वारा तैयार की गई हैं। इसमें प्रोटीन से भरपूर सोयाबीन, दालें आदि सम्मिलित हैं। इसका उद्देश्य आर्थिक रुप से कमजोर मरीजों को प्रोटीन युक्त पोषण देना है, ताकि मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर बीमारी से लड़ा जा सके। कैलाश यादव के इस प्रयास को देखते हुए विश्व क्षयरोग दिवस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा उन्हें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
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