Etawah News: भाजपा प्रत्याशी कुसुम दुबे ने समर्थकों के साथ किया नामांकन, विधायक सरिता भदौरिया रही मौजूद
ब्यूरो संवाददाता
इटावा: सदर नगर पालिका सीट पर अध्यक्ष पद के लिए भाजपा से पूर्व विधायक स्व. अशोक दुबे की पत्नी कुसुम दुबे ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। बीजेपी ने आखिरी समय पर ब्राह्मण कार्ड खेलकर सपा की मुश्किलें कड़ी कर दी थी परन्तु सपा के ऐन वक्त पर पलटवार के बाद पूर्व में घोषित प्रत्याशी को बदलकर कुलदीप गुप्ता की पत्नी ज्योति गुप्ता को टिकट दे दिया जिसके बाद से सदर सीट पर कांटे की टक्कर नजर आ रही है।
नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद भाजपा प्रत्याशी कुसुम दुबे ने कहा कि विकास, शिक्षा व रोजगार के मुद्दो को लेकर वें चुनाव लड़ रही हैं। शहर में और अधिक विकास हो इसको लेकर जनता उन्हें वोट करेगी। जीतने के बाद वे नगर में विकास कार्यो को प्राथमिकता देंगी।
आपको बताते चले कि पूर्व विधायक स्व. अशोक दुबे इटावा की भाजपा के भीष्म पितामह माने जाते थे। वे लगातार भाजपा के लिए विषम परिस्थितियों में भी कार्य करते रहे हैं। वर्ष 1989 में राम मंदिर आंदोलन में समाजवादी पार्टी की सरकार ने उन्हें जेल में डाल दिया। इसके बाद आने वाला चुनाव अशोक दुबे ने जेल से ही लड़ा। उस समय कुसुम दुबे ने ही घर घर जाकर लोगों से वोट मांगे। काफी मेहनत की। जिसके फलस्वरूप वर्ष 1991 में इटावा विधानसभा क्षेत्र से विधायक का चुनाव जीते। फिर इसके बाद विधान परिषद के सदस्य भी रहे।
सदर विधायक सरिता भदौरिया ने कहा कि कुसुम दुबे के नामांकन पर कहा कि भाजपा की एकतरफा जीत तय है। स्व. अशोक दुबे सभी वर्गों के सम्मानीय नेता थे। अब जनता उनकी पत्नी को भी वही सम्मान देगी। उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने स्व. अशोक दुबे की पत्नी कुसुम दुबे को टिकट देकर अशोक दुबे को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। जनता उनके काम से परिचित है। सब लोग मिलकर अशोक दुबे को श्रद्धांजलि स्वरूप उनकी पत्नी को जिताएंगे।
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