संवादादाता: मनोज कुमार
जसवंतनगर (इटावा): रामलीला तिराहे पर नगर के प्राचीन रामेश्वरम शिव मंदिर पर ग्यारह दिवसीय श्रीशिव महापुराण कथा का आयोजन हवन की पूर्ण आहुति के साथ और भंडारे के साथ समापन हो गया। कथा व्यास आचार्य सुखदेव मिश्रा के मंगल सानिध्य में सम्पन्न हुई।
इस कथा के आयोजक इंद्रा गुप्ता ने बताया कि शिव जी का सबसे प्रिय माह श्रावण है।आज के भौतिक वादी दौर में लोग धर्म और धर्मात्तमा से विमुख हो रहे है। शिव पुराण कराने का उनका मूल उद्देश्य शिव जी के गुणों को जन जन तक पहुँचाना था
भगवान शिव को बुराई के विनाशक के रूप में जाना जाता था। वे अन्याय सहन नहीं कर सके और न्यायपूर्वक दुष्ट राक्षसों का नाश कर दिया। इसी तरह, हमें भी अपने आस-पास होने वाली बुराई के प्रति जीरो टॉलरेंस रखने की कोशिश करनी चाहिए, और अन्याय के खिलाफ बिना किसी भेद भाव के खड़ा रहना चाहिए।
इस दौरान प्रत्येक दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक हुआ व पूजा भी हुई कथा के अन्तिम दिन आज भंडारे का आयोजन हुआ जिसमें तमाम साधू सन्यासियों के अलावा शिव भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। इससे एक पूर्व निकली शिवबारात ने नगर के प्रत्येक नागरिक का मन मोह लिया।भगवान शिव व पार्वती विवाह के सुंदर दृश्य देखकर लोग आनंदित हो उठे।
इस अवसर पर रामेश्वर मंदिर के व्यवस्थापिका, शिव किशोर गुप्ता,इन्द्रा गुप्ता, का नगर के वरिस्ट जन जिसमे पालिका अध्यक्ष सत्यनारायण संखबार, विधायक प्रतिनिधि ठा० अजेन्द्र सिंह गौर ने भूरि-भूरि प्रसंसा की है।
श्री शिवमहापुराण कथा में शिव किशोर गुप्ता, मोनू गुप्ता दीपाली गुप्ता, सोनू गुप्ता, मयंक शुक्ला, शिवम गुप्ता, नन्द किशोर अग्निहोत्री, अंकित गुप्ता, अनूप वर्मा, गोलू गुप्ता, मनीष उपाध्याय, धीरेन्द्र, पंकज, भोला, अजय आदि मुख्य रूप से महापुराण कथा में शामिल रहे।
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