ब्यूरो संवाददाता
इटावा : सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अंतर्गत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा के आवास में एक लगभग 5 फ़ीट लम्बा घोड़ा पछाड़ सर्प आवासीय परिसर में गार्डन के किनारे की दीवार से लगे बिजली के बोर्ड के पीछे छुपा बैठा था तभी किसी सुरक्षा गार्ड की नजर उस सर्प पर पड़ी। जिसकी सूचना वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को पीआरओ सेल प्रभारी द्वारा दी गई जिसके बाद डॉ आशीष 5 मिनट में ही मौके पर पहुंचे और उस घोड़ा पछाड़ सर्प को काबू में कर सुरक्षित तरीके से पकड़ कर बिना नुकसान पहुंचाए ही प्राकृतवास में ले जाकर छोड़ दिया।
एसएसपी संजय वर्मा ने लोगों से की सांपों को बेवजह न मारने की अपील
सर्प के सुरक्षित रेस्क्यू करने पर एसएसपी संजय वर्मा ने डॉ आशीष का विशेष आभार प्रकट करने के साथ उन्हे प्रोत्साहित किया । रेस्क्यू के मौके पर मौजूद सभी सुरक्षा गार्डों को डॉ आशीष द्वारा जहरीले सर्प दंश के इलाज के बारे में जागरूक किया गया। एसएसपी संजय वर्मा ने कहा कि,ये सभी बेजुबान वन्यजीव हमारी राष्ट्रीय धरोहर है और ये सर्प भी हम सभी के मित्र ही होते है धरती पर ये वन्यजीव ही है जो चूहों को खाकर हमारे पर्यावरण को लगातार सुरक्षित रख रहे है अतः इन सर्पों को देखते ही बेवजह ही न मारे लेकिन यदि किसी को कभी कोई विषधारी सर्प काट ले तो तत्काल अस्पताल जाकर उसका इलाज कराएं किसी भी झाड़ फूंक के चक्कर में न पड़ें अन्यथा सर्प दंश से पीड़ित व्यक्ति की जान को खतरा भी हो सकता है।
वन्यजीव एवम सर्प विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने दी जानकारी
जनपद इटावा में मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर सहित नगर पालिका परिषद इटावा के वन्यजीव एवम पर्यावरण संरक्षण के ब्रान्ड एम्बेसडर सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने सभी को जानकारी देते हुये बताया कि, यह 5 फीट लंबा सर्प विषहीन घोड़ा पछाड़ (चूहा साँप) था जिसे जन्तु वैज्ञानिक भाषा मे प्टयास म्यूकोसा कहते है एवं इस विषहीन सर्प से किसी को कोई नुकसान भी नही होता है क्यों की इसके मुंह में फेंग्स (विषदंत) ही मौजूद नही होते न ही कोई जहर की कोई थैली होती है, इसकी विशेष बात यह है कि, यह सांप एक पर्यावरण एवम किसान मित्र सांप भी होता है जो अन्न की पैदावार को बढ़ाता है। लेकिन इसके विपरित यदि कभी किसी को कोई जहरीला सर्प (कोबरा या करैत) कभी काट ले तो कृपया तत्काल ही बिना समय गंवाये ही उस मरीज को तत्काल उचित जगह पर दूर दूर हल्के से दो बन्ध लगाकर जिला अस्पताल इटावा के इमरजेंसी वार्ड में कमरा नंबर तीन में लाकर तत्काल एडमिट करायें और किसी चिकित्सक के अनुसार ही इलाज करवाए क्यों कि जहरीले सर्प (कोबरा करैत) के काटने के बाद किसी भी अंधविश्वास में पड़कर झाड़ फूंक कराना हमेशा ही जानलेवा साबित होता है क्यों की इस प्रकार की मेडिकल इमरजेंसी में मरीज के पास समय की बेहद ही कमी होती है उसे एक घंटे के अंदर अस्पताल ले आना चाहिए। ज्ञात हो कि,जनपद इटावा में सर्पमित्र डॉ आशीष की संस्था ओशन द्वारा लगातार चलाये जा रहे सर्पदंश जागरूकता अभियान का जनता में अब एक बहुत ही बड़ा बदलाव आ चुका है कि,लोगों ने सर्पों या किसी भी वन्यजीव को मारना ही छोड़ दिया है। और अब सीधे ही डॉ आशीष को सर्प या कोई भी वन्यजीव के दिखाई देने की सूचना उनके हेल्पलाइन नम्बर 7017204213 पर देने लगे है। विदित हो कि डॉ आशीष जनपद इटावा में डायल 112 पुलिस सेवा व वन विभाग के सहयोग से सर्प रेस्क्यू कर जनपद के लोगों के साथ कई वन्यजीवों की भी अमूल्य जान लगातार ही बचा रहे है।
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