Etawah News: अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन के साथ जसवंतनगर रामलीला का हुआ समापन, शिवपाल यादव व अंकुर यादव ने किया दीप प्रज्जलन
संवाददाता: मनोज कुमार
जसवंतनगर (इटावा): जसवंतनगर में विश्व प्रसिद्ध मैदानी रामलीला शनिवार को आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के साथ समापन हो गया। कवि सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथि सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने दीप प्रज्वलित कर एवं आदित्य यादव अंकुर ने श्रद्धेय नेता जी और अजय लंबरदार के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया।
इस दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक शिवपाल सिंह यादव को भी अपने बेटे आदित्य यादव के साथ कवि सम्मलेन अंत तक रुके रहे। इनके अलावा प्रदीप गुप्ता एडवोकेट भी रचनाओं को सुनकर कवियों की रचनाओं की दाद देते रहे।
इस अवसर पर शिवपाल सिंह यादव को एक बड़ी पुष्प हार डालकर रामलीला समिति के सदस्यों ने सम्मान किया, एक ओर आदित्य यादव को पटका डालकर अश्वनी गुप्ता व जितेंद्र यादव मोना ने स्वागत अभिनंदन किया।
मुख्य अतिथि शिवपाल सिंह यादव ने उपस्थित सभी कवियों को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया, उन्होंने अपने उदबोधन में शिवपाल सिंह ने कहा कि विश्व की सबसे उत्कृष्ट मैदानी रामलीला यहाँ जसवंतनगर में होती है। भगवान राम के आदर्शों पर हम समाजवादी लोग चल रहे है, साथ ही भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा के लोग सिर्फ भगवान राम का ढिढोरा पीटते है। साथ ही जसवंतनगर की जनता का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा सात बार श्रद्धेय नेता जी को एम.एल.ए और छः बार एमपी और मुझे सन1996 से लगातार विधायक बनाने का काम जसवंतनगर की जनता ने किया है। उन्होंने ये भी कहा कि नगर में रामलीला में लगी दुकानों के दुकानदारों के विषय मे कहा कि मैं जिले के डीएम व एस एस एसपी से निवेदन करूंगा कि इन दुकानदारों की दुकानें कम से कम धनतेरस तक लगी रहे जिससे कि इनके घरों में उल्लास पूर्वक दीपावली का त्योहार मनाया जा सके।
कवि सम्मेलन का प्रारम्भ योगिता चौहान ने सर्व प्रथम सरस्वती वंदना कर कवि सम्मेलन का शुभारम्भ किया गया फिर एक के बाद एक कवियों ने अपने काव्य पाठ से उपस्थित स्रोताओं का मन जीत लिया।
कवि मोहित सक्सेना ब्रजवासी आगरा जब मंच पर आए तो अपनी ओजस्वी और ठेठ भाषा में पाकिस्तान को ललकारा-“पूत बन के रहोगे तो सेवा करोगे तो मिठाई ले जाओगे, वे मतलब अड़ोगे हमसे.. लड़ोगे तो दोच दये जाओगे”! और कर लो 71 को और 16 दिसंबर को भी याद, भीख मांगोगे जान की दुहाई दे जाओगे और लक्कू झीगुर की शक्ल को अपनी लुगाई दे जाओगे।
शाहिस्ता सना बरेली की रचना _”आजकल मेरे दीदार के वास्ते उसकी आँखों के तारे चमकते नहीं “काफी पेचीदा थी फिर भी मगर लोगों ने दाद दे देकर सुनी।रजनी सिंह अवनी दिल्ली, योगिता चौहान इटावा की रचनाएं भी श्रोताओं ने खूब सराहीं।
काव्य जगत का एक बड़ा नाम खुर्सीद हैदर ने काव्य पाठ में" खामोश खड़े रहते हैं जो लोग बड़े हैं बड़े ही रहते हैं। मंच से शुरूआत की, फिर एक के बाद एक लड़ी लगा दी, खुदा का शुक्र है मां-बाप के करीब हूं मैं, ना जाने कितने रईसों से खुशनसीब हूं मैं, चेहरा लिवास और ना गुप्फ्तार देखकर मैं दोस्ती बढ़ाता हूं किरदार देखकर, तुमने जिसे पुकारा होगा तीर उसी ने मारा होगा, प्यार की जब तारीख लिखोगे पहला नाम हमारा होगा,
पूरी महफिल लूट ली खुर्सीद हैदर ने।
प्रताप फौजदार हास्य कवि ने हँसा- हँसा कर लोट पोट कर दिया, व्यंग में वर्तमान सरकार और मीडिया को आड़े हाथों लिया, चोरी चौकीदार करेगा और बाबा व्यापार करेगा कौन लुटा और किसने लूटा ये निर्णय अखबार करेगा। तुम दे रहे हमे मुठी बांध-बांधकर, हम तम्हे झोलिया भर-भर के देगे, तुम हमे दे रहे एक-एक पूड़ी, हम पूड़ी पर गुना धर के देगे। आदि हास्य कविताओं से हजारों की तादाद में स्रोताओं को देर रात तक बांधे रखा।
इसी दौरान शिवपाल सिंह की तारीफ में कवि मयंक बिधौलिया ने शुरुआती संचालन करते हुए शिवपाल सिंह के तारीफ के कसीदे पढ़े एक दो काव्य पाठ के बाद दिनेश रघुवंशी ने कवि सम्मेलन का सम्पूर्ण संचालन किया।
श्रद्धेय मुलायम सिंह यादव एवं अजय लंबरदार की स्मृति में आयोजित कवि सम्मेलन में लपेटे में नेता जी कार्यक्रम के कवि रहे मौजूद
आमंत्रित कवि में प्रताप फौजदार दिल्ली, दिनेश रधुवंशी फरीदाबाद, खुर्सीद हैदर मुजफ्फरनगर, शाइस्ता सना बरेली, रजनी सिंह अवनी दिल्ली, योगिता चौहान इटावा, विनीत पांडेय दिल्ली, मोहित सक्सेना मथुरा आदि ने काव्य पाठ किया।
कवि सम्मेलन के समापन पर राजीव गुप्ता बबलू, अजेंद्र सिंह गौर तथा श्रीरामलीला समिति आदि ने सभी कवियों और श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।
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