संवाददाता रिषीपाल सिंह
बसरेहर/इटावा : ग्राम पंचायत बसरेहर की निवासी किरन पत्नी केतन बाल्मीकि ने एसएसपी को शिकायती पत्र दिया है। जिसमें उन्होंने बताया कि विकासखंड बसरेहर के एक गांव के प्रधान ने उन्हे पिछले कुछ माह पहले अपने घर बुला कर कहा कि वह उनके गांव के शौचालय में सफाई कर्मी की जगह पर नौकरी प्रदान करना चाहते है इस नौकरी के लिए सम्बन्धित प्रधान ने पीड़ित के पति से 70 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की जिसे किरन व उसके पति केतन ने अपने परिवार के जेबर गिरवी रखकर व जमा पूँजी से मांगे गये रुपये प्रधान को दे दिये।
आरोपी प्रधान ने पीड़िता के सभी दस्तावेज, पहचान पत्र, आधार कार्ड, आय, जाति, मूल निवास आदि अपने ग्राम के बनवाए तथा सखी समूह में भी जुड़वाया। प्रधान ने पीड़िता के पति को फोन पर किसी व्यक्ति को धमकाने डराने व मारपीट करने के लिए कहा जब पीड़िता के पति ने उस व्यक्ति के साथ अनुचित व्यवहार व मारपीट करने से मना किया तो प्रधान उससे खिन्न हो गया ओर नौकरी दूसरे व्यक्ति को दे दी, जब नौकरी न मिलने पर पीड़िता ने अपने रुपये बापस करने के लिए कहा तो प्रधान ने रुपये देने से मना कर दिया।
अब न्याय के लिए पीड़िता दर दर भटक रही है। अब देखना ये है कि दलित पीड़िता को न्याय मिलता है या नही। पीड़िता गरीब परिवार से है उसके पास न तो रहने को घर है ओर न ही कोई रोजगार।
Comments
Post a Comment