संवाददाता: मनोज कुमार
इटावा/जसवंतनगर: मॉडल तहसील में ग्रामीण और अधिवक्ताओं से लेकर वादकारी भी पेयजल को तरस रहे हैं।तहसील परिसर में लगे हैण्डपम्प व वॉटर कूलर खराब पडे हैं, जिससे अधिवक्ता व वादकारी और फरियादी पानी खरीदकर पी रहे हैं।
मॉडल तहसील परिसर में यहां पर उपजिलाधिकारी व सम्बंधित कर्मचारियों की लापरवाही से यहां के कर्मचारी समेत फरियादियो और अधिवक्ता व वादकारी पेयजल संकट से जूझने को मजबूर हैं। यहां कुल दो हैण्डपम्प व एक वॉटर कूलर अधिवक्ताओं व तहसील आने वाले किसानों व अन्य लोगों व वादकारियों की प्यास बुझाने के लिये लगवाये गए थे, लेकिन बीते कई वर्षों से तहसील पानी की सेवा ठप्प है।
परिसर में स्थित एक हैण्डपम्प शुद्ध पानी के बजाए बदबूदार गंदा पानी उगल रहा है। दूसरा वर्षो से बंद पड़ा हुआ है। तहसील भवन में लगा वॉटर कूलर भी खराब पड़ा है। जिससे रोजाना ग्रामीण अंचलों से आने वाले लोगों को पेयजल के लिये भटकना पड़ता है। सप्लाई के लिए भवन के ऊपर रखी पानी की टँकी में बंदर स्थान घर बनाकर रोज उसमे नहाते है। दूषित पानी होने के कारण लोग पानी पीने में परहेज करते हैं। उसके बाद उन्हें पानी का पाउच या फिर पानी की बोतल खरीदकर प्यास बुझानी पड़ती है। राजेंद्र गुप्ता, सोमिल सक्सेना, संदीप वर्मा, राम शंकर, रामाधार, मनोज कुमार, कमलेश कुमार, सुरेंद्र बाबू अधिवक्ताओं समेत अन्य स्टाम्प बिक्रेता, बैनामा लेखक आदि ने विरोध प्रदर्शन करते हुए बताया है, कि वे लोग प्रतिदिन रूपये खर्च कर पानी की बोतल मंगवाते हैं, अनेकों बार सम्बंधित अधिकारियों से शिकायत की लेकिन उनकी हठकर्मी व लापरवाही के कारण समस्या का समाधान नहीं किया जा सका। अब भी भीषण गर्मी के कारण पानी के लिये भटकना पड़ता है। वहीं बस्ते पर आने वाले वादकारी भी पानी न मिलने से परेशान हो जाते हैं।
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