संवाददाता: मनोज कुमार
इटावा/जसवन्तनगर: योगी सरकार भले ही प्रदेश में मिट्टी खनन पर सख्ती से अंकुश लगाने की बात करती हो, मगर सच तो यह है कि मिट्टी का अवैध खनन आज भी बदस्तूर जारी है। पुलिस की सांठगांठ के चलते दिन-रात अवैध मिट्टी खनन का काम आज भी खुलेआम हो रहा है। खुलेआम दिन दहाड़े अवैध मिट्टी से लदे ट्रैक्टर पिंक बूथ के सामने वाली सड़क पर फर्राटे भरते देखे जा सकते हैं। अवैध खनन का कार्य क्षेत्र में तेजी से चल रहा है। मिट्टी का अवैध खनन कराया जा रहा है।
रात के अंधेरे से लेकर दिन के उजाले तक में अवैध खनन से निकलने वाली मिट्टी भरकर ट्रैक्टर ट्राली यमदूत बनकर सड़क पर दौड़ते हैं। क्षेत्रीय लोग बताते हैं कि कई गांव के पास स्थित खेतों से दिन रात मिट्टी का अवैध खनन होता है। दिन दहाड़े नेशनल हाईवे पर स्थित पिंक बूथ के सामने हाईवे चौराहे की सड़क से मिट्टी लदे ट्रैक्टर निकलना शुरू हो जाते हैं। यह सिलसिला दिन भर जारी रहता है। अधिक से अधिक मिट्टी डालने की होड़ में ट्रैक्टर चालक फर्राटा भरते हैं। इसके अलावा कचौरा मार्ग बलरई मार्ग, नगला अर्जुन जमुना बाग, छिमारा मार्ग से भी मिट्टी खनन की जाती है। क्षेत्र में अवैध खनन का सिलसिला बेरोकटोक जारी है। सैकड़ों ट्रैक्टर मिट्टी खुलेआम दिनदहाड़े ले जाया जा रहा है। शासन के निर्देश के बाद भी मिट्टी का अवैध खनन रुक नहीं रहा है। थाना क्षेत्र के कई गांवो के समीप खेतो में चल रही जेसीबी मशीन से मिट्टी का अवैध खनन हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि दिन-रात मिट्टी से लदे ट्रैक्टर एक स्थान से दूसरे स्थान पर मिट्टी ढो रहे हैं। इससे खेतों की उर्वरा शक्ति कम होती जा रही है। जिस खेत से मिट्टी का खनन होता है, वहां जमीन नीची हो जाती है। आसपास के खेतों की उपजाऊ मिट्टी बरसात के पानी के साथ खनन वाले खेत में चली जाती है। जिससे पास के खेतों को भी नुकसान होता है।दिनदहाड़े हो रहे अवैध खनन पर स्थानीय जिम्मेदारों की नजर नहीं पड़ रही है। सूत्रों के मुताबिक हलका सिपाहियों की सांठगांठ से मिट्टी के अवैध खनन का काला कारोबार हो रहा है।थानाक्षेत्र के कई गांवों में दिन के उजाले में अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है। उपजिलाधिकारी कुमार सत्यम जीत सिंह ने बताया कि ऐसा मामला मेरे संज्ञान में नही आया है। मौके पर टीम को भेजकर पड़ताल करा कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी
Comments
Post a Comment