ब्यूरो संवाददाता
इटावा: भारतीय किसान संघ की जिला कार्यकारिणी ने आज फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित शिविर कार्यालय में कृषि देवता भगवान बलराम की प्रतिमा पर जिलाध्यक्ष राहुल तोमर एवं जिला मंत्री रवीन्द्र चौहान, जिला उपाध्यक्ष राकेश कुमार त्रिपाठी ने पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
जिला अध्यक्ष राहुल तोमर ने कहा भगवान बलराम को कृषि देवता भी कहा जाता है। उन्हें हलधर भी कहा जाता है। भारतीय किसान संघ की ओर से हर साल भगवान बलराम का पूजन कर किसानों की सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की जाती है। भगवान बलराम को एक किसान के संरक्षक देवता के रूप में दर्शाया गया है, जो "ज्ञान", कृषि उपकरणों और समृद्धि का अग्रदूत है।
जिला मंत्री रवीन्द्र चौहान ने भगवान बलराम के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भगवान बलराम सबसे पहले कृषि वैज्ञानिक थे उन्होंने सबसे पहले किसानों को खेती करनी सिखाई थी, उन्होंने खेती में लोगों को नए-नए आविष्कार करना सिखाया। एक राजा को भी शासित करने की शक्ति भगवान में थी। इसीलिए भगवान बलराम को भारतीय किसान संघ के प्रतीक के रूप में स्वीकृत किया गया है।
जिला उपाध्यक्ष राकेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में आदिकाल से ही कृषि में गौ उत्पादों जैसे गोबर और गौमूत्र का प्रयोग होता रहा है, गौ आधारित खेती रसायन एवं कीटनाशक मुक्त कृषि की वह पद्धति है जिसमें परम्परागत तरीके से प्रकृति के नियमों का अनुसरण करते हुए देशी पद्धति खेती के सिद्धांत को अपनाकर खेती की जाती है। प्राकृतिक खेती से मिट्टी में पोषक तत्वों की वृद्धि के साथ-साथ जैविक गतिविधियों का विस्तार होता है, जिससे मृदा की उर्वरा शक्ति बढ़ती है और खेती की लागत कम हो जाती है।
आज के कार्यक्रम में प्रचार प्रमुख रवि रतन किशोर, सदस्य कवि अवनीश त्रिपाठी, सदस्य दीपेन्द्र राठौर, बसरेहर विकास खण्ड के युवा प्रमुख सौरभ शाक्य के साथ कमलेश माथुर उपस्थित रहे।
Comments
Post a Comment