संवाददाता आशीष कुमार
इटावा : विश्व प्रसिद्ध मैदानी रामलीला महोत्सव की लीला के पाँचवे दिन इंद्र के पुत्र जयंत की आंख फूटना तथा विराध वध की लीला का मंचन किया गया।
रविवार शाम हुई लीला में दिखाया गया कि भगवान श्रीराम मां सीता का श्रृंगार कर रहे थे। इसी बीच इंद्र का पुत्र जयंत वहां पहुंच जाता है और वह सीता को देख मंत्रमुग्ध हो जाता है। जयंत सीता मां के पैरों में चोंच से प्रहार करता है। गुस्साए श्रीराम उसकी आंख फोड़ देते हैं। घबराकर जयंत भाग खड़ा होता है और रक्षा के लिए ब्रह्मा, विष्णु, शंकर आदि देवताओं के पास जाता है। सभी देवता राम के पास वापस जाने को कहते हैं। नारद जी भी उसे यही सलाह देते हैं। उधर पंचवटी से निकलकर श्रीराम, लक्ष्मण एवं सीता के साथ वन में भ्रमण को निकलते हैं एक राक्षस विराध जो कि माता सीता को बुरी नीयत से माता को हाथों में उठा लेता है। इसी पर गुस्साए श्री राम उस पर प्रहार करते हुए उसकी दोनो भुजाओं पर अस्त्र प्रयोग कर उसका वध करते है। इसके बाद वह अनुसुइया माता की कुटिया पर पहुंचते हैं। यहां वह मां सीता को स्त्री धर्म का पालन करने की शिक्षा देती हैं।
आज लीला में व्यास की भूमिका रामकृष्ण दुबे, द्वितीय व्यास उमेश नारायण चौधरी रहे राम आदित्य कटारे लक्ष्मण गोपाल वाजपेई व माता सीता आदित्य मिश्रा ने भूमिका निभाई
लीलाओ में पात्र साज सज्जा व व्यवस्था में प्रभाकर दुबे,यश दुबे,श्रेयष मिश्रा,प्रण दुबे,अमित शुक्ला,
आयोजक मंडल प्रबंधक राजीव गुप्ता बबलू उप प्रबंधक, ठाकुर अजेंद्र सिंह गौर,रतन पांडे, निखिल गुप्ता,राजेन्द्र गुप्ता एडवाकेट ,राजीव माथुर आदि प्रमुखता से उपस्थित हो रहे हैं।
👉सोमबार लक्ष्मण के द्वारा महा बल शाली रावण की बहिन सूपणखाँ के नाक कान कटना, खरदूषण वध, रावण मारीच वार्ता की लीलाओ का अवलोकन किया जाएगा
Comments
Post a Comment