Etawah News: भारत विकास परिषद समर्पण शाखा पर लगा निःशुल्क सामूहिक विवाह के नाम पर अवैध वसूली का आरोप
संवाददाता: मनोज कुमार
जसवंतनगर/ इटावा: उत्तर प्रदेश में निर्धन कन्या विवाह के लिए प्रदेश में कई सारी योजनाएं चल रही है मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना भी चलाई जा रही है किसी भी वर्ग विशेष गरीब तबके के लोग जो अपनी कन्या का विवाह करने में असमर्थ है बो लोग सामूहिक निःशुल्क विवाह जैसी संस्थाओं में पहुंचकर अपनी बेटियों के हाथ पीले करते है
ऐसा ही जसवन्तनगर जिला इटावा में भारत विकास परिषद समर्पण शाखा निःशुल्क सामूहिक सरल विवाह समारोह पिछले कई वर्षों से कराते चले आ रहे है जिसमें से पांच, नौ और ग्यारह जोड़ों का सामूहिक निःशुल्क विवाह का आयोजन करते है और समिति के लोग कन्या पक्ष के हित में टीवी, कूलर, बेड, सोफा, ड्रेसिंग टेबिल, सिलाई मशीन, बक्सा, बर्तन साड़ी आर्टिफिशियल आभूषण आदि भेट कर विदा करते है लेकिन भारत विकास परिषद समर्पण शाखा वर पक्ष इक्कतीस हजार रुपए और बधू पक्ष से इक्कीस हजार रुपए निःशुल्क विवाह के नाम से जमा कराती है। जिसको लेकर नगला इच्छा निवासी ब्रजेश शंखवार ने सपरिवार आकर बताया कि कस्बा के श्री प्रभु मैरिज होम में भारत विकास परिषद समर्पण शाखा द्वारा आयोजित निःशुल्क सामूहिक सरल विवाह कार्यक्रम में अपनी बेटी रोशनी का विवाह किया था अत्यंत गरीब होने के बावजूद इक्कीस हजार रुपए बधू पक्ष से तथा वर पक्ष से इकतीस हजार रुपए शिवम ज्वेलर्स की दुकान पर जमा किए थे जिसको लेकर समर्पण शाखा जसवन्तनगर के खिलाफ रोष व्याप्त करते हुए शासन से गुहार लगाई है कि भारत विकास परिषद समर्पण शाखा जसवन्तनगर द्वारा निःशुल्क विवाह के नाम से जो 9 लोगों से 52 हजार रुपया प्रति जोड़ा लिए है बो 4,68000 (चार लाख अरसठ) रुपए लिए है। वह रुपये लोगों को वापस मिलना चाहिए. नहीं तो इस संस्था को नि:शुल्क विवाह का बैनर लगाने से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए. जिससे आने वाले समय में औऱ अन्य लोग भी इस संस्था के झांसे में न आ सकें.
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