सवाददाता आशीष कुमार
जसवंतनगर/इटावा : डॉक्टर शिव गौर के क्लीनिक पर रविवार को एक महिला की इलाज के दौरान हुई मौत से हड़कंप मच गया। एटा जिले के जलेसर थाना क्षेत्र के ग्राम खेरियाब निवासी रंजना (42) पत्नी सुनील कुमार अपने बीमार भाई को देखने मायके ग्राम केस्त आई थीं, जहां अचानक उनकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, रविवार शाम रंजना अपने पति संग मायके आ रही थीं। रास्ते में राष्ट्रीय राजमार्ग पर गड्ढे में बाइक फिसलने से वे घायल हो गईं। चोट लगने के बाद उपचार के लिए नगर स्थित डॉ शिव गौर के क्लीनिक पर पहुंचीं। वहां मरहम-पट्टी के दौरान जैसे ही इंजेक्शन लगाया गया,वो अचानक जमीन पर गिर गईं। डॉ शिव गौर और उसके दबंग स्टाफ ने महिला के साथ आए लोगों को डरा धमकाकर वहां से भगा दिया और कहा कि अगर डॉक्टर साहब का नाम लिया तो जान से मार देगे। डरे सहमे घरवाले उस महिला को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसवंतनगर ले गए ।जहां सीएचसी में तैनात डॉ. विकास अग्निहोत्री ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना अस्पताल से मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस हादसे की खबर मिलते ही मायके और ससुराल दोनों ही परिवारों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।बताया यह भी गया है कि यह डॉक्टर कई दबंग और गुंडा प्रवृति के लड़के अपने क्लीनिक पर रखता है और इससे पहले भी कई ऐसे केसों में ये स्टाफ के लड़के लड़ने और मारने पर आमादा हो जाते है। बताया गया है कि रंजना के भाई की तबीयत दो दिन पूर्व बिगड़ गई थी। भाई की देखभाल और हालचाल जानने के लिए ही रंजना मायके आई थीं। लेकिन यहां आकर खुद एक लापरवाह डॉक्टर के इलाज का शिकार हो गईं और एक हंसता खेलता परिवार खराब हो गया।अचानक हुई इस मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। परिवारी जनो ने डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की है ताकि यह डॉक्टर और किसी के परिवार को ऐसे बर्बाद नहीं कर पाए वहीं निरीक्षक संजय कुमार सिंह का कहना है कि प्राइवेट अस्पताल के खिलाफ तहरीर मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।
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