ब्यूरो संवाददाता
इटावा : सिस्टम के खिलाफ लड़ने वालों को मशहूर शायर हबीब जालिब की चंद लाइन जरूर पढ़ना चाहिये कि हुक्मरां हो गये कमीने लोग,खाक में मिल गये नगीने लोग कल कर्मचारी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष और पिछले कई वर्षों से नगर पालिका परिषद इटावा के कर्मचारियों की लड़ाई लड़ने वाले नेता व लिपिक राजीव यादव अपने ही विभाग के सिस्टम के उत्पीड़न से तंग आकर तड़के सुबह यमुना नदी में छलाँग लगाकर हमेशा के लिये सो कर कह गये,तेरी दुनियाँ से होके मजबूर चला में बहोत दूर बहोत दूर बहोत दूर चला राजीव यादव राजनीति सिस्टम और प्रशासनिक सिस्टम के गठजोड़ के उत्पीड़न को झेल ना पाये और मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित लिखित सुसाइड नोट छोड़ कर लिख गये शायद उनका आखिरी हो ये सितम,हर सितम यह सोच कर हम सह गये, हम वफा करके भी तन्हा रह गये।
नगरपालिका परिषद बनती जा रही है शोषण और उत्पीड़न का केंद्र
7 जुलाई 2025 को नगर पालिका परिषद इटावा में कार्यरत मुख्य सफाई एवं खाद्य निरीक्षक राकेश कुमार ने भी उत्पीड़न से तंग आकर मैनपुरी फाटक रेलवे लाइन पर मालगाड़ी से कट कर अपनी जान दे दी थी,आजतक इस केस की फाइल का कुछ अता पता नही,दूसरी घटना कल घटित हुई जिसमें राजीव यादव अपने प्रमोशन का हक नगरपालिका परिषद की अध्यक्ष ज्योति गुप्ता,अध्यक्ष पति कुलदीप गुप्ता संटू,ईओ संतोष कुमार मिश्रा से माँगते रहे,कोर्ट भागते रहे कंटेंप्ट चलता रहा लेकिन लास्ट में थक हार कर यमुना का बहता पानी दिखा और उसकी धार जो हमेशा के लिये उनको बहा ले गई।
सुसाइड नोट में खोला 5 लोगो द्वारा उत्पीड़न करने वालो का नाम
राजीव यादव ने अपनी आत्महत्या से पहले मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित 2 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा जिसमे उन्होंने ईओ से लेकर अध्यक्ष तक उत्पीड़न ओर शोषण की बात का व्याख्या किया जिसमे लिखा में नगरपालिका में वरिष्ठ लिपिक हूँ प्रार्थी ने कार्यालय अधीक्षक के पद का प्रमोशन अध्यक्ष ज्योति गुप्ता से मांगा जब उन्होंने प्रमोशन नही दिया मेंने उच्चन्यायालय की शरण ली कोर्ट का आदेश भी नही माना मेने कंटेंप्ट किया जिसकी कार्यवाही आज भी प्रचलित है,इससे छुब्ध होकर अध्यक्ष पति कुलदीप गुप्ता संटू ने मेरे गोपनीय दस्तावेज निकालकर मेरी शिकायत करवाना शुरू कर दिया ओर मेरे वेतन को अगस्त माह में नही दिया जिससे मेरी बीमारी का इलाज ना हो पाया और मानसिक व शारीरिक रूप से टूट गया,इसलिये में अध्यक्ष ज्योति गुप्ता,कुलदीप गुप्ता संटू,ईओ संतोष कुमार मिश्रा, सेवानिवृत्त पेशकार अतर सिंह सेंगर,सेवानिवृत्त प्रभारी कार्यालय अधीक्षक सुनील वर्मा के उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या कर रहा हूँ जिसकी समस्त जिम्मेदारी इन पाँचो के ऊपर डाली जाये।
24 घंटे बाद यमुना किनारे बसे गाँव जरहोली मे बरामद हुई लाश
24 घंटे से लगातार एसडीआरएफ की टीम यमुना नदी में मृतक राजीव यादव के शव को लगातार यमुना नदी में डेरा डालकर सर्चिंग ऑपरेशन चला रही थी,पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी कल से लगातार इस घटना पर नजर लगाये हुए थे, आज सुबह मृतक के शव को यमुना के बीहड़ के गाँव जरहोली से बरामद किया गया,जरहोली भी 2 दशक पहले बागियो का गाँव रहा था जिन्होंने उत्पीड़न से तंग आकर हथियार उठाये थे और बीहड़ का रास्ता अपनाया था,आज उसी गाँव किनारे एक उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर जान देने वाले इंसान का शव मिलना क्या संकेत देता है यह गर्त का विषय है।।।
सीओ सिटी से बिलखता बेटा बोला कि मुझे न्याय चाहिये
मृतक राजीव यादव के बेटे का रो रोकर बुरा हाल है बदहवास है आँखों मे आँसू है आँखे पथरा चुकी है अपने पिता का यह हाल देखकर गुमसुम है वह कहता है कि मेरे पापा पिछले 2 सालों से प्रमोशन माँग रहे थे लेकिन प्रमोशन के बदले उनको यातनाओं के दौर से गुजरना पड़ रहा था,उत्पीड़न ओर शोषण से पापा टूट चुके थे,सीओ सिटी अभय नारायण सिंह से लिपटकर रोते हुए कहा कि मुझे न्याय चाहिये,इस पूरे मामले में मृतक के बेटे की तरफ से लिखित तहरीर दी जा चुकी है अभी तक एफआईआर दर्ज नही हुई है।।
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