ब्यूरो संवाददाता
इटावा : भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 74वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, इटावा में किया गया। इस अवसर को यादगार और प्रेरणादायक बनाने के उद्देश्य से शिविर को “जनसेवा ही जन्मदिन का सबसे बड़ा उत्सव” की भावना के साथ जोड़ा गया।
शिविर का शुभारंभ जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य/उप निदेशक प्रेम पाल सिंह (P.E.S.) ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने उद्बोधन में रक्तदान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रक्तदान सबसे बड़ा मानवीय दान है, जो न केवल जीवन बचाता है बल्कि समाज में मानवता और करुणा की भावना को भी सशक्त करता है। उन्होंने उपस्थित टीम और विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए इसे एक सराहनीय प्रयास बताया।
इस शिविर में सैफ़ई मेडिकल विश्वविधालय के चिकित्सक, तकनीकी अधिकारी, नर्सिंग स्टाफ तथा विद्यार्थी सक्रिय रूप से शामिल हुए। प्रमुख रूप से डॉ0 आदित्य शिवहरे, डॉ0 अनिकेत सचान, डॉ0 राकेश कुमार मीणा, टेक्निकल ऑफिसर, नर्सिंग ऑफिसर मारूफ एवं मुकेश चाहर, ब्लड बैंक काउंसलर प्रियंका पाल, कपिल दुबे, अवध किशोर, राजेश, सुभांत यादव और BT Students ने कैंप के संचालन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी टीम भावना और सामूहिक प्रयास से कैंप सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न हो सका।
कैंप में कुल 120 लोगों ने पंजीकरण कराया, जो रक्तदान के प्रति समाज की बढ़ती जागरूकता का संकेत है। इनमें से 26 लोगों ने सफलतापूर्वक रक्तदान किया। स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में डाइट इटावा से प्राचार्य प्रेमपाल सिंह, प्रवक्ता ब्रजलाल, योगेन्द्र अक्षय, बृजेशपाल, प्रशासनिक अधिकारी पवन कुमार श्रीवास्तव, डीएलएड प्रशिक्षु अनूप कुमार, एकीकृत प्रशिक्षण में आए हुए शिक्षक सौरभ कुशवाह, सितारा बानो, लोकेंद्र सिंह, अवनींद्र सिंह, अरविंद सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, पंकज दोहरे, आयुष्मान, रविकांत, अनूप कुमार सिंह, हेमलता इसुलिया, प्रवीण कुमार, माधवी राजपाल, संजय सिंह, रवि कुमार भास्कर, अभिषेक कुमार, रोहित कुमार, दीपिका सिंह आदि ने रक्तदान किया। शेष पंजीकृत लोग भी भविष्य में रक्तदान करने की इच्छा रखते हैं। रक्तदाताओं को उचित परामर्श, स्वास्थ्य जाँच और सभी आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाएँ उपलब्ध कराई गईं।
शिविर के दौरान काउंसलर द्वारा रक्तदान से जुड़े भ्रांतियों और वास्तविकताओं पर विशेष वार्ता दी गई, जिससे युवाओं में उत्साह और जागरूकता देखने को मिली। कई विद्यार्थियों ने इसे अपने जीवन का पहला रक्तदान अनुभव बताया और समाज की सेवा में सहयोग करने पर गर्व व्यक्त किया।
इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर इच्छाशक्ति और टीमवर्क मजबूत हो तो सीमित संसाधनों और समय में भी बड़े कार्य सफलतापूर्वक सम्पन्न किए जा सकते हैं। यह रक्तदान शिविर न केवल जीवन बचाने की दिशा में एक कदम है बल्कि समाज में सहयोग, एकता और परोपकार की भावना को भी प्रोत्साहित करता है।
कार्यक्रम के अंत में सभी सहभागी टीम सदस्यों, चिकित्सा अधिकारियों और विद्यार्थियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया तथा रक्तदाताओं एवं आयोजन समिति को सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिवस पर हुआ यह आयोजन समाज को एक नई प्रेरणा और सेवा भाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश प्रदान करता है।
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