संवाददाता अम्बेडकर नगर
अम्बेडकर नगर जिले के तहसील क्षेत्र आलापुर अंतर्गत बाढ़ प्रभावित गांव माझा कम्हरिया अराजी देवारा के (करिया लोनिया का पुरवा, प्रसाद कुर्मी का पुरवा, हंशु का पुरवा) सिद्धनाथ में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की गई इस दौरान भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी के मित्रसेन और उनके साथी मौजूद रहे । आपको बता दे कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के गांव में बरसात का पानी आ जाने से जलस्तर बढ़ा है जिससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। टीम के स्थलीय निरीक्षण में सबसे बड़ी समस्या लोगों को आने जाने की दिखी एक तरफ सरकार हाईवे बनवा रही हैं वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों को आने-जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। नदी के बंधे से इन गांवों में आने जाने के लिए लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है विडम्बना यह है कि प्रसाद कुर्मी का पुरवा गाँव में मृतक की अर्थी भी नाव के सहारे ही बंधे तक लायी गयी। मांझा कम्हरिया के नौकापुरवा के ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगों को राहत सामग्री न दे करके हम लोगों का रास्ता बनवा दे तो हम लोगों की आधी समस्या दूर हो जाती। हंशु का पुरवा में नाव जर्जर अवस्था में है प्रशासन से कई बार कहने के बाद भी नाव की व्यवस्था नहीं की गई।
करिया लोनिया का पुरवा में आने जाने के लिए रपटा पुल काफी जर्जर अवस्था में है जो कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण हो सकता है। फसल बर्बाद हो चुकी है संक्रामक रोगों एवं वायरल बुखार के बचाव के लिए कोई बेहतर चिकित्सा व्यवस्था नहीं की गई है महंगाई होने की वजह से लोगों को खाने पीने का संकट भी है। स्कूल खुलने के बाद भी प्रसाद कुर्मी का पुरवा में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय 2 माह से बंद है वहां आने जाने वाले रास्ते पर पुल निर्माण न होने की वजह से काफी परेशानी है। जानवरों के चारे की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है प्रशासन द्वारा केवल एक बार ही चारे का वितरण करवाया गया था गांव में कई व्यक्तियों का राशन कार्ड कट जाने की वजह से राशन नहीं मिल पा रहा है गांव के चारों तरफ लगभग 2 महीने से पानी लगा हुआ है । आये दिन जहरीले जीव-जंतु का भी खतरा बना रहता है ऎसी समस्या ग्रामीण विगत कई वर्षों से झेल रहे हैं । इन समस्याओं के स्थायी निवारण की जगह सरकार हर वर्ष राहत किट बांटकर कर अपनी पीठ थपथपाती है। मूल समस्याओं के निराकरण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है अगर सरकार द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में पुल एवं सड़क निर्माण करवाया जाय नदियों के रास्ते से गाद बाढ़ आने से पूर्व ही सफाई कराई जाए तो लोगों को ज्यादा दिक्कत परेशानी नहीं झेलनी पड़ती। गांव या बंधे पर रैन बसेरा एवं सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था नहीं है हर वर्ष जब भी बाढ़ का पानी आता है तमाम पार्टियों के नेता आते हैं हवा-हवाई वादे करते हैं बाढ़ का पानी कम होने के बाद प्रतिनिधियों का आना जाना बंद हो जाता है और फिर समस्याएं जस की तस बरकरार रहती हैं।सिद्धनाथ गांव में भी कई जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है यहां बरसों से बन रहा पुल अधर में ही है रास्ते पर कीचड़ होने की वजह से लोगों को आने जाने के लिए काफी दिक्कत परेशानी होती है। कई पुरवों में शौचालय न होने की वजह से लोगों को काफी दिक्कत होती है माझा कम्हरिया गांव में लोगों को खुले में शौच जाने के लिए मजबूर होते हैं। भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी द्वारा विगत कई वर्षों से जन समस्याओं को लेकर संघर्ष भी किया जा रहा है विधानसभा चुनाव कीआहट से कई पार्टियों के नेताओं का आना-जाना एवं हवाई वादे भी शुरू हो गए हैं ।भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी ने सरकार से मांग की है कि राहत सामग्री का वितरण,हंशु का पुरवा में पुल निर्माण ,नाव की व्यवस्था , नाविकों का भुगतान ,पशुओं के चारे की व्यवस्था,प्रसाद कुर्मी का पुरवा से माझा कम्हरिया को जोड़ने वाले मार्ग को दुरुस्त किया जाए करिया लोनिया का पुरवा में वर्षों से क्षतिग्रस्त रपटा पुल को दुरुस्त किया जाए,फसलों का सर्वे कर उचित मुआवजा दिया जाए,
चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर किया जाए और जरूरतमंदो को आवास मुहैया करवाया जाए।
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