ब्यूरो संवाददाता
इटावा: परिषदीय स्कूलों के पिछले दो शैक्षिक सत्र बगैर परीक्षा के बीतने के बाद जब इस वर्ष परीक्षा हुई और उसका परीक्षा परिणाम गुरुवार को बगैर रिपोर्ट कार्ड के जब मौखिक घोषित हुआ तो बच्चों में निराशा हुई, क्योंकि विभागीय उदासीनता और लेट लतीफी के चलते रिपोर्ट कार्डों का समय से मुद्रण नहीं हो सका था।
बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा परिषदीय स्कूलों की वार्षिक परीक्षा का परिणाम गुरुवार को शासनादेश के निर्देशानुसार मौखिक रुप से घोषित कर दिया गया। जबकि इन विद्यालयों में अध्यनरत बच्चों में उत्साह था कि आज उनका परीक्षा रिपोर्ट कार्ड मिलेगा और अपने अभिभावकों को रिपोर्ट कार्ड दिखाकर उनसे शाबासी प्राप्त करेंगे। लेकिन बच्चों को जब मौखिक परीक्षा परिणाम सुनाया गया तो बच्चों को निराशा हुई।
जनपद में परिषदीय विद्यालयों में तकरीबन 1 लाख 33 हजार बच्चों को रिपोर्ट कार्ड उपलब्ध कराया जाना था जिसके लिए लिए शासन ने प्रति कार्ड दो रुपये के हिसाब से बजट जारी भी किया था। लेकिन समय पर बजट की अनुपलब्धता और विभागीय उदासीनता के चलते रिपोर्ट कार्ड उपलब्ध नहीं हो सके। इस वर्ष बनना था रिपोर्ट कार्ड बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गये थे कि कक्षा एक से आठ तक किसी भी विद्यार्थियों की कक्षोन्नति नहीं रोकी जाएगी। रिपोर्ट कार्ड को लेकर जारी दिशा निर्देशों में कहा गया था कि कोविड-19 महामारी की वजह से विद्यालय बंद होने के कारण सत्र परीक्षा एवं अर्द्धवार्षिक परीक्षा नहीं कराई जा सकी थी। इस वजह से रिपोर्ट कार्ड में सत्र परीक्षा और अर्द्धवार्षिक परीक्षा का कालम खाली रखा जाएगा।
साथ ही प्रत्येक प्रश्नपत्र में वार्षिक परीक्षा के पूर्णांक एवं प्राप्तांक 100 अंकों के सापेक्ष परिवर्तित करते हुए रिपोर्ट कार्ड में अंकित किए जाएंगे। जाहिर है कि वार्षिक परीक्षा में प्रत्येक प्रश्नपत्र 50 नंबर का रहा पर मूल्यांकन सौ अंकों के आधार पर किया जाएगा। शैक्षिक सत्र 2021-22 में सत्र परीक्षा व अर्द्धवार्षिक परीक्षा नहीं हुई। रिपोर्ट कार्ड में प्रत्येक विषय के अनुसार मूल्याकंन करके बच्चों का परीक्षा प्रदर्शन का ब्यौरा होगा। समन्वयक ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि तीन दिन के अंदर बच्चों को रिपोर्ट कार्ड उपलब्ध करा दिये जाऐंगे। बच्चों का वार्षिक परीक्षाओं के मूल्याकंन के आधार पर रिपोर्ट कार्ड बनाने के लिए शासन से निर्देश प्राप्त हुआ था। जल्द बेसिक शिक्षा विभाग रिपोर्ट कार्ड का प्रारुप बनवाकर स्कूलों को उपलब्ध कराएगा।
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