ब्यूरो संवाददाता
इटावा: राज्य मिशन निदेशक स्वच्छ भारत मिशन के निर्देश पर पूरे प्रदेश में प्रशासन द्रारा सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने के उद्देश्य से जनपद में भी अभियान चलाया जा रहा है।
उधोग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उ.प्र.के जिलाध्यक्ष आलोक दीक्षित एवं जिला महामंत्री आकाशदीप जैन ने जनपद के सभी व्यापारियों से आव्हान किया है वह सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करे क्योकि इसके प्रयोग से प्रदूषण होने के साथ ही कई गम्भीर बीमारी भी हो रही हैं। उन्होंने सरकार से मॉग करते हुये कहा सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पादन इकाइयों पर रोक लगाए जिससे आम व्यापारी इसके प्रयोग न करे।
प्लास्टिक की ऐसी वस्तुएं जिन्हें केवल एक बार इस्तेमाल करने के बाद फेंक दिया जाता है। आमतौर पर इनका उपयोग पैकेजिंग में किया जाता है। इनमें किराना बैग, खाद्य पैकेजिंग, सिगरेट बट्स, प्लास्टिक की बोतलें, प्लास्टिक के ढक्कन, स्ट्रॉ और स्टिरर, प्लास्टिक के कंटेनर, कप और कटलरी का सामान शामिल हैं। अधिकांश प्लास्टिक नष्ट होने वाले या बायोडिग्रेडेबल नहीं होते हैं। इसके बजाय वे धीरे-धीरे छोटे टुकड़ों में टूट जाते हैं जिन्हें माइक्रोप्लास्टिक कहा जाता है। एक बार उपयोग होने वाले प्लास्टिक से पर्यावरण अव्यवस्थित होता है। अपर्याप्त अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों का भी भारी प्रभाव पड़ता है।
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