आशीष कुमार
इटावा/जसवंतनगर: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जनजागरूक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें नगर के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया साथ ही जागरूकता टीम ने बड़े ही उत्साह के साथ लोगों को जागरूक कर मानसिक बीमारियों और स्वास्थ्य के प्रति सजग कर सुझाव दिए।
संगोष्ठी में मानसिक रोग पर प्रकाश डालते हुए मानसिक रोग चिकित्सक दिलीप कुमार चौबे ने कहा कि अब मानसिक बीमारियों का उपचार संभव हो गया है जरूरत है लोगों को जागरूक होने की उन्होंने कहा कि आज भी ग्रामीण क्षेत्र में लोग झाड़-फूंक के चक्कर में समय और धन दोनों बर्बाद कर रहे हैं जबकि मानसिक बीमारी को दवाओं से ही ठीक किया जा सकता है हम लोगों ने अब तक कई लोगों को इस बीमारी से आसानी से निजात दिलाई है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी का मुख्य कारण आज की भागमभाग जिंदगी में तनावग्रस्त होना है इसके लक्षण कमजोर ही रहना चक्कर आना अकेले में बात करना आत्महत्या की सोचना सिर दर्द रहना गंदगी देख परेशान होना बार-बार हाथ धोना नींद कम आना खींचना यह सब मानसिक बीमारी के लक्षण हैं। अगर कोई इन समस्याओं से ग्रसित है तो वह हमसे संपर्क कर सकता है।
मनोचिकित्सक रामेश्वरी प्रजापति ने कहा कि आज के दौर में मानसिक स्वास्थ्य एक बेहद गंभीर समस्या बनती जा रही है। इस गंभीर समस्या के निदान के लिए आप लोग हमसे या हेल्पलाइन 14416 पर कॉल प्रशिक्षित परामर्शदाता और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं। सीएचसी अधीक्षक सुशील कुमार ने बताया कि जब एक व्यक्ति ठीक से सोच नहीं पाता उसका अपनी भावना और व्यवहार पर नियंत्रण नहीं रहता तो ऐसी हालात को मानसिक रोग कहते हैं। इस अवसर पर मॉनिटरिंग ऑफिसर अविनाश त्रिवेदी, चीफ फार्मासिस्ट भूपेंद्र यादव, अमित सैनी, स्टाफ नर्स उदयवीर, अश्वनी आदि का सहयोग रहा।
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