ब्यूरो संवाददाता
इटावा: राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने के मामले पर कांग्रेसियों ने शहर में पैदल मार्च निकाला। कांग्रेसियों का पैदल मार्च बीच रास्ते में पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। इस दौरान कांग्रेसी और पुलिस के बीच झड़प हुई। जिसमें कांग्रेस के आधा दर्जन कार्यकर्ता मामूली चोटिल हो गए। पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन में नजर बंद कर दिया।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष मलखान सिंह ने बताया कि हम शांतिपूर्वक तरह से नगर पालिका चौराहा से कचहरी में जिलाधिकारी को ज्ञापन देने जा रहे थे। तभी हमें जबरन सरकार के इशारे पर पुलिस ने बीच रास्ते में रोक दिया और हमारे कार्यकर्ताओं को लाठी-डंडे, लात-घूसों से मारा गया। जिसमें मेरे कई कार्यकर्ताओं को चोट आई है। पुलिस ने हमारे साथ बर्बरतापूर्ण रवैया अपनाया है। सरकार लोकतंत्र की आवाज दबाने का काम रही है।
शहर अध्यक्ष पल्लव दुबे ने बताया कि हमारे नेता राहुल गांधी की जिस ढंग से सदस्यता खत्म की गई है। यह लोकतंत्र की हत्या है। आज जो हम लोग यहां गिरफ्तार होकर इसलिए बैठे है कि हिंदुस्तान में एक हिटलर पैदा हो गया है जिसका नाम नरेंद्र मोदी है। जो इसके खिलाफ आवाज उठाता है। वो उसको कुचलने का काम कर रहा है। हम लोग लोकतांत्रिक ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस प्रशासन ने बल प्रयोग किया और हम लोगो को यहां बंद कर दिया। एसपी सिटी कपिल देव सिंह ने बताया कि कांग्रेस के नेता रोड जाम करने का प्रयास कर रहे थे। इसलिए कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेजा गया है। किसी के साथ कोई बाल प्रयोग नहीं किया गया।
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