ब्यूरो संवाददाता
इटावा: स्वस्थ समर्थ संस्कारित भारत बनाने को संकल्पित भारत विकास परिषद इटावा तुलसी द्वारा आज अंतर्राष्ट्रीय योग एवं संगीत दिवस की पूर्व संध्या पर योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन पानकुंवर इण्टरनेशनल स्कूल मानिकपुर मोड पर शाखा अध्यक्ष व विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ कैलाश चन्द्र यादव की उपस्थिती में किया गया। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को योग और संगीत का महत्व समझाते हुए कहा कि यह दोनों ही साधना और तपस्या हैं। जिसका उद्देश्य मन और शरीर को एक साथ लाना है।
योग का अर्थ है "जुड़ना" या "एकजुट होना"। योग में विभिन्न प्रकार के आसन, प्राणायाम और ध्यान शामिल हैं, जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा देते हैं। योग से जहां हम अपने ध्यान को भटकने से रोक सकते है वहीं संगीत से अपने मन, मस्तिष्क को प्रसन्न रख सकते हैं। यदि आप सभी प्रतिदिन के अभ्यास में इसकी कुछ क्रियाओं की साधना कर जीवन में उतारेगे तो आप निश्चित ही स्वस्थ रहते हुए दीर्घायु को प्राप्त करेंगे।
योगाचार्य विश्वबन्धु मिश्रा ने सभी को योग की विभिन्न क्रियाएं कराई व उसके लाभ भी बतलाते हुए निरन्तर योग करने को प्रेरित किया। इस अवसर पर संगीत शिक्षिका अनुष्का पटेल ने एक प्यारे से गीत "तोरा मन दर्पण कहलाए, भले, बुरे, सारे कर्मों को,
देखे और दिखाए, मन ही मन्दिर,मन ही ईश्वर, मन से बड़ा ना कोए,
मन उजियारा, जब जब फैले, जग उजियारा होए,
इस उजले दर्पन पर प्राणी, धूल ना ज़मने पाए"॥ को गाकर सभी उपस्थिति लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस आयोजन को सफल बनाने में वरिष्ठ सदस्य शमीम बेगम, नीलिमा चौधरी, शशी दीक्षित, संगीता सिंह, मौसमी पाल, मंजू सिंह, अंजू चौधरी एवं पंकज कुमार सिंह चौहान सहित अन्य तुलसी सदस्यों एवं प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों व शिक्षकों सहित पूरे विद्यालय परिवार का सराहनीय सहयोग रहा। आयोजन के अंत में सभी उपस्थिति लोगों का आभार शाखा सचिव डॉ ध्रुवकुमार गुप्ता द्वारा व्यक्त किया गया।
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